बिहार में कई प्रमुख मेले लगते हैं, जो राज्य की धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हैं। इनमें से कुछ मेले अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रसिद्ध हैं।
बिहार के प्रमुख मेलों में से कुछ हैं:
- सोनपुर मेला: सोनपुर मेला भारत का सबसे बड़ा पशु मेला है। यह हर साल कार्तिक पूर्णिमा के दिन बिहार के सारण जिले के सोनपुर में लगता है। इस मेले में देश-विदेश से लाखों लोग पशुओं की खरीद-बिक्री के लिए आते हैं।
- पितृपक्ष मेला: पितृपक्ष मेला श्राद्ध पक्ष के दौरान बिहार के कई जिलों में लगता है। इस मेले में लोग अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पूजा-अर्चना करते हैं।
- मलमास मेला: मलमास मेला हर तीन वर्ष में एक बार बिहार के राजगीर में लगता है। इस मेले में लोग भगवान विष्णु और भगवान शिव की आराधना करते हैं।
- बाबा बैद्यनाथ धाम मेला: बाबा बैद्यनाथ धाम मेला बिहार के देवघर जिले में लगता है। यह मेला भगवान शिव के भक्तों के लिए एक प्रमुख तीर्थ स्थल है।
- बाबा अमर सिंह मेला: बाबा अमर सिंह मेला बिहार के समस्तीपुर जिले में लगता है। यह मेला लोक संस्कृति और पारंपरिक कला-संस्कृति का एक प्रमुख केंद्र है।
इनके अलावा, बिहार में कई अन्य प्रमुख मेले भी लगते हैं, जैसे:
- बौंसी मेला
- देव छठ मेला
- ओंगारी धाम मेला
- मकर मेला
- परशुराम महोत्सव मेला
ये मेले बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाते हैं और राज्य की अर्थव्यवस्था में भी महत्वपूर्ण योगदान देते हैं।
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