Saturday 10 August 2019

15th August

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नमस्कार मेरे प्यारे अध्यापक गण, मेरे प्रिय मित्रों, आज भारत की आजादी के दिन के लिए कुछ वाक्य प्रस्तुत करना चाहूँगा/ चहुंगी|
15 अगस्त राष्ट्रीय त्यौहार होने के साथ साथ एक भारतीय के स्वाभिमान की रक्षा का दिवस भी है.
भारत में सभी धर्म के लोग रहते हैं और उनके रीति रिवाज सब अलग अलग है लेकिन सभी भारतीय है.
भारत की एक खासियत है भले ही भारत में अनेकों जाती धर्म के लोग रहते हैं| लेकिन भारत में रहने वाला प्रत्येक नागरिक भारतीय है हम सब में एकता है.
15 अगस्त 1947 को भारत का इतिहास सुनहरे शब्दों में लिखा गया था| भारत की आजादी के लिये न जाने कितने सेनानियों में अपने जीवन का त्याग किया था.
भारत की आजादी की कीमत कोई नहीं बता पाएगा| ब्रिटिशों ने भारत पर पूरे 200 वर्ष अपनी हुकूमत जताई और 15 अगस्त 1947 को उनका बोरिया बिस्तरा उनके साथ वापस चला गया.
कुछ पाने के लिए कुछ खोना पढ़ता है ठीक उसी तरह हमें आजाद देखने के लिए उन वीर सपूतों ने बहुत बड़ा योगदान दिया था.
हमे उनके इस सर्वश्रेस्ठ त्याग को कभी नहीं भूलना है| भारत की आजादी के लिए उन स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान पर मेरा “जय हिन्द जय भारत”

3.  नमस्कार आप सभी आदरणीय अध्यापकों अभिभावकों और मेरे प्यारे मित्रों| आप सभी को आजादी की ढेर सारी बधाईयाँ.
स्वतंत्रता दिवस पर मेरी तरफ से आप सभी को और आपके परिवार के सदस्यों को ढेर सारी शुभकामनाएं.
आज हम भारतीय अपने भारत की सबसे बड़ी खुशी के अवसर को मनाने के लिये यहाँ आये है। स्वतंत्रता दिवस हम सभी के लिये कितना महत्व रखता है ये आप सभी जानते है.
आज के दिन इस महान अवसर को उत्कर्ष तरीके से मनाने के लिये हम सभी उपस्थित है। अपने राष्ट्र का 71वाँ स्वतंत्रता दिवस है | सबसे पहले हम अपना राष्ट्रीय झंडा फहराते है फिर उसके बाद स्वतंत्रता सेनानीयों के वीरता युक्त कार्य को सलामी देते है.
मुझे भारतीय नागरिक होने पर गर्व महसूस होता है। आज के इस अवसर पर आपके सामने 15 अगस्त पर भाषण देने का मुझे अच्छा अवसर
मिला है.
मैं अपने सभी आदरणीय अध्यापकों को धन्यवाद देना चाहूँगा कि उन्होंने मुझे भारत की आजादी पर आप सभी के सामने अपना विचार रखने का मौका दिया.
14 अगस्त 1947 की रात को भारत को आजादी मिली थी। जिसकी वजह से हम सभी हर साल 15 अगस्त के दिन स्वतंत्रता दिवस मनाते है क्योंकि भारत की आजादी के तुरंत बाद, नई दिल्ली में स्वतंत्रता दिवस को पंडित जवाहरलाल नेहरू ने भाषण दिया.
जब पूरी दुनिया के लोग सो रहे थे, ब्रिटिश शासन से जीवन और आजादी पाने के लिये भारत में लोग जगे हुए थे। अब, स्वतंत्रता के बाद, दुनिया में भारत सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है.
हमारा देश विविधता में एकता के लिये प्रसिद्ध है। इसने कई घटनाओं का सामना किया इसके धर्मनिरपेक्षता को परखने के लिये जबकि भरतीय लोग हमेशा अपनी एकता से जवाब देने के लिये तैयार रहते है.
आज हमें अपने पूर्वजों के कठोर संघर्षों की वजह से हम अपनी आजादी का उपभोग करने लायक बने है और अपनी इच्छा से खुली हवा में साँस ले सकते है| हमें उन्हें दिल से धन्यवाद देना चाहिए.
ब्रिटीशियों से आजादी पाना बेहद असंभव कार्य था लेकिन हमारे दादा-परदादा ने लगातार प्रयास से इसको प्राप्त कर लिया। हम उनके त्याग को कभी भूल नहीं सकते और हमेशा इतिहास के द्वारा उन्हें याद करते रहेंगे.
हमें उनकी याद में ही नहीं रहना है हमें उनके द्वारा दिलाई गयी आजादी की कद्र करनी है| वो हमेशा हमारी यादों में रहेंगे और पूरे जीवन के लिये प्रेरणा बने रहेंगे.
आज हम सभी भारतीयों के लिये बहुत महत्वपूर्ण दिन है जिसको हम महान भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदानों को याद करने के लिये मनाते है, जिन्होंने देश की आजादी और समृद्धि के लिये अपना जीवन दे दिया.
भारत आजाद हो पाया क्योंकि सहयोग, बलिदान और सभी भारतीयों की सहभागिता थी। हमें महत्व और सलामी देनी चाहिये उन सभी भारतीय नागिरकों को क्योंकि वो ही असली राष्ट्रीय अभिनेता थे.
हमें धर्मनिरपेक्षता में भरोसा रखना चाहिये और एकता को बनाए रखना है एक दुसरे से लड़ाई झगड़े न करे अपने सभी छोटे और बड़े लोगों को प्यार, सम्मना दें हमें देश का जिम्मेदार नागरिक होने के नाते, किसी भी आपात स्थिति के लिये हमेशा तैयार रहना चाहिये। देश के लिए जान देने को कभी भी तैयार रहना चाहिए.
आज हमें शपथ लेनी चाहिये कि हम कल के भारत के एक जिम्मेदार और शिक्षित नागरिक बनेंगे। हमें गंभीरता से अपने कर्तव्यों को निभाना चाहिये और लक्ष्य प्राप्ति के लिये कड़ी मेहनत करनी चाहिये तथा सफलतापूर्वक इस लोकतांत्रिक राष्ट्र को नेतृत्व प्रदान करना चाहिये.
भारत की आजादी सर्वोपरि है भारत का स्वतंत्रता दिवस पूरे साल का सबसे कीमती दिन है इस दिन अपने सभी लोगों से बिना किसी भेद भाव के मिलना चाहिए.
15 अगस्त पर सभी भारतीय अपने अपने तरीके से आजादी मनाते हैं इस दिन पतंगे उड़ाते हैं रिश्ते दारों के घर जाते है घूमना फिरना भी सबको पसंद है लेकिन इन सबके साथ हमें अपने संविधान की भी रक्षा करनी है और एक हीरो की तरह सब को संविधान की रक्षा करवानी भी है.
भारत माता की जय के लिए न जाने कितने सैनिक आज भी सरहद पर हथियार लेकर खड़े हैं हम उनकी तरह तो नहीं बन सकते है लेकिन क्या हम अपने भारत के लिए कुछ नहीं कर सकते है ? जी बिलकुल बहुत कुछ कर सकते है आज भी हम अपनी भारत माता के लिए कुछ भी कर सकते है.
⇓ इस अवसर पर एक वाक्य पेश करना चाहूंगा ⇓
“हम आजाद हैं, ये आजादी कभी छिनने नहीं देंगे
तिरंगे की शान को हम कभी मिटने नहीं देंगे
कोई आंख भी उठाएगा जो हिंदुस्तान की तरफ
उन आंखों को फिर दुबारा दुनिया देखने नहीं देंगे”
हममे में से कई लोग शरहद पर जा कर अपने देश की रक्षा करना चाहते हैं कुछ लोग तो पूरी कोशिश करते है और कुछ लोग नकाम रह जाते है एक सैनिक बनने के लिए बहुत बड़ा त्याग देना पड़ता है जिसे हम अच्छी तरह से जानते है.
अपना परिवार त्यागना पड़ता है अपने माता-पिता, भाई बहन, पत्नी बच्चे आदि को हमें छोड़ना पड़ता है.
हम सैनिकों की तरह तो नहीं बन सकते लेकिन उनके लिए भगवान से अच्छी कामनाएं कर सकते है.
ऊपर लिखे हुए 15 अगस्त पर भाषण आपके लिए लिखे गए है और आप इसे अपने मित्रों परिवार वालों अध्यापकों आदि को शेयर करें और उनसे भी शेयर करने को कहें ताकि कुछ लोग जो देश के प्रेम के प्रति सोये हुए हैं जाग सके और तैयार हो जाएँ ताकि अगली जीत भी भारत की हो..
“जय भारत माता की”

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